Saturday 23rd of November 2024

Telegram CEO: डुरोव के पास कभी था रुस के 'मार्क जकरबर्ग' का टैग

Reported by: PTC News Haryana Desk  |  Edited by: Md Saif  |  August 29th 2024 11:40 AM  |  Updated: August 29th 2024 11:56 AM

Telegram CEO: डुरोव के पास कभी था रुस के 'मार्क जकरबर्ग' का टैग

ब्यूरो: टेलीग्राम ऐप के संस्थापक और सीईओ पावेल डुरोव को 25 अगस्त की शाम को पेरिस एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया था। दरअसल डुरोव निजी जेट से अपनी गर्लफ्रेंड संग फ्रांस पहुंचे थे, तभी उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। डुरोव की गिरफ्तारी की चर्चा पूरी दुनिया में है। अब एलन मस्क से लेकर एडवर्ड स्नोडेन तक उनके समर्थन में उतर आए हैं। डुरोव का जन्म रुस में ही हुआ था, लेकिन उन्होंने करीब एक दशक पहले ही रुस छोड़ दिया। 

रिहा हुए पावेल

पेरिस ने पावेल को अभी सशर्त जमानत दे दी है। उन्हें 50 लाख यूरो की राशि पर जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। हालांकि जजों ने पावेल को सप्ताह में दो बार पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करने और जांच में सहयोग देने का भी आदेश दिया। 

क्यों छोड़ा था रुस?

डुरोव के रुस छोड़ने के पीछे वजह बताई जाती है कि रुसी सरकार ने उन पर कई तरह के दबाव बनाए थे। डुरोव ने रुस में फेसबुक की तरह एक प्लेटफॉर्म की शुरुआत की थी, लेकिन सरकार की तरफ से डुरोव पर दबाव बनाया गया था कि वह विपक्षी पार्टी के नेताओं के पेज हटा दें और उनाक डेटा भी शेयर करें।  इसी दबाव के कारण डुरोव ने रुस छोड़ दिया और खुद को कंपनी समेत दुबई में शिफ्ट कर लिया था। पावेल डुरोव को रुस का मार्क जकरबर्ग भी कहा जाता था।

एक्स पर #FreePavel का समर्थन

एल्न मस्क समेत दुनियां की कई बड़ी हस्तियों ने एक्स पर पोस्ट कर पावेल डुवेल की गिरफ्तारी का विरोध किया और डुरोव को जल्द रिहा करने की बात कही। पोस्ट में #FreePavel का प्रयोग किया गया था। 

डुरोव के बारे में

पावेल डुरोव का जन्म साल 1984 में तब के सोवियत संघ में हुआ था।सके बाद जब वे 4 साल के थे, तब उनका परिवार नॉर्दन इटली जाकर बस गया था। 90 के दशक में पावेल डुरोव सेंट पीटर्सबर्ग लौट आए। कॉलेज के दिनों में उन्होंने फेसबुक का शुरुआती वर्जन देखा, तब फेसबुक इतना बड़ा एप नहीं था। साल 2006 में डुरोव ने फेसबुक से प्रेरित होकर खुद का एप विकोन्ताक्ते बनाया, समय के साथ ये पूर रुस में फैल गया। 

क्या आरोप हैं डुरोव पर

39 साल के डुरोव पर टेलीग्राम के कंटेंट मॉडरेशन में कमी बरतने का आरोप है। फ्रांस पुलिस का दावा है कि प्लेटफॉर्म का उपयोग मनी लॉण्ड्रिंग, ड्रग तस्करी और बाल यौन शोषण संबंधी सामग्री साझा करने के लिए किया जा रहा था। इसी वजह से टेलीग्राम एप 31 से ज्यादा देशों में बैन है। 

एक से ज्यादा देशों के नागरिक हैं डुरोव

रूस में जन्मे पावेल डुरोव ने साल 2013 में टेलीग्राम की स्थापना की। प्राइवेसी, एनक्रिप्शन और फ्री स्पीच पर जोर देने के कारण यह प्लेटफॉर्म बहुत कम समय में काफी प्रसिद्ध हो गया। साल 2014 में सरकारी विरोध के कारण डुरोव ने रूस छोड़ दिया। 2017 तक उन्होंने खुद को और टेलीग्राम कंपनी को दुबई में स्थापित कर लिया। इसके बाद डुरोव ने साल 2021 में फ्रांस की नागरिकता हासिल कर ली। इसके बाद उन्हें सभी यूरोपीय देशों की नागरिकता भी मिल गई।

शादी के बिना 100 बच्चों के पिता कैसे बने पावेल?

टेलीग्राम के फाउंडर डुरोव ने एक टेलीग्राम पोस्ट के जरिये बताया था कि वह 100 बच्चों के बायोलॉजिकल पिता हैं। टेलीग्राम पर पोस्ट लिख कर बताया था कि वह 100 से ज्यादा बच्चों के पिता हैं। उन्होने कहा था कि "मुझे अभी पता चला कि मेरे 100 से ज्यादा बायोलॉजिकल बच्चे हैं। यह किसी ऐसे व्यक्ति के लिए कैसे संभव है जिसने कभी शादी नहीं की और अकेले रहना पसंद करता है।" पावेल डुरोव ने अपनी पोस्ट में बताया था कि 15 साल पहले डुरोव ने अपने दोस्त को बच्चा पैदा करने में मदद के लिए स्पर्म डोनेट किया था। उस दोस्त ने उनसे स्पर्म डोनेट करने की गुजारिश की थी। स्पर्म डोनेट करने के लिए क्लिनिक जाने पर उन्हें बताया गया कि उनका स्पर्म अच्छी क्वालिटी का है।

सिर्फ 30 लोग चलाते हैं कंपनी

टेलीग्राम ऐप पर 1 बिलियन यूजर्स हैं और इसका मार्केट साइज $30 बिलियन है। कंपनी के लिए कोई विज्ञापन नहीं है और कंपनी में डुरोव समेत केवल 30 कर्मचारी हैं। टेलीग्राम कंपनी में कोई एचआर नहीं है।

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