Paris Olympics India vs Spain Hockey Match: भारतीय हॉकी ने कांस्य पदक जीत 52 साल पुराना इतिहास दोहराया
पेरिस ओलंपिक से भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने खुशखबरी दी है। भारतीय टीम ने स्पेन को 2 -1 से मात देते हुए कांस्य पदक जीता है।
2 गोल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किए, उधर स्पेन से जिसने इकलौता गोल किया वो हैं मार्क मिरालेस।
ओलंपिक इतिहास में भारतीय हॉकी टीम ने कुल 13वां पदक जीतने में सफलता हासिल की है।
हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में जर्मनी को 5-4 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया था।
हॉकी से पहले पहले मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज दिलाया. फिर दूसरा ब्रॉन्ज भी मनु भाकर ने मिक्स्ड टीम इवेंट में दिलाया. उनके साथ सरबजोत सिंह भी टीम में थे.
तीसरा ब्रॉन्ज मेडल स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग की मेन्स 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में दिलाया.
1972 के बाद भारत ने हॉकी में लगातार 2 मेडल जीते। साल 1980 के बाद से भारतीय टीम ओलंपिक में मेडल के संघर्ष करती रही। अब मेडल का सूखा 40 साल बाद खत्म हुआ
1960 से 1972 तक हॉकी में लगातार भारत ने 4 मेडल जीते थे। फिर 1976 ओलंपिक में देश को कोई मेडल नहीं मिला, इसके बाद 1980 में गोल्ड जीता।
इस मैच से पहले ही गोलकीपर श्रीजेश ने खेल से रिटायमेंट का एलान कर दिया था। ये जीत उनके लिए तोहफे से कम नहीं है।
हॉकी में स्वर्णिम युग की शुरुआत 1928 में एम्स्टर्डम ओलंपिक से हुई थी। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ध्यान चंद के नेतृत्व में 29 गोल किए और एक भी गोल खाए बिना अपना पहला स्वर्ण पदक जीता था।