ब्यूरोः भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर की जन रसोई अक्सर चर्चा में रहती है। गौतम गंभीर मौजूदा समय में दिल्ली में 5 जनरसोई और 1 जन लाइब्रेरी चलाई जा रही है। गंभीर की इस जन रसोई में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को केवल 1 रुपये में खाना खाने को मिलता है। इस पहल का नाम है एक आशा जन रसोई और इसका उद्देश्य भूख और कुपोषण को खत्म करना है।
गौतम गंभीर ने अपनी फाउंडेशन ने समाज से भूख और कुपोषण को मिटाने के लिए 24 दिसंबर 2020 को दिल्ली की पहली “एक आशा- जन रसोई” शुरू की। यह एक पूरी तरह से विकसित सामुदायिक रसोई है जो जरूरतमंदों को सिर्फ 1 रुपये में भोजन उपलब्ध कराती है। इस रसोई में 4000 थाली 1 रुपये में परोसी जाती हैं। इस रसोई का समय 12:00 से 3:00 के बीच में होता है। इस समय में जरूरतमंदों लोगों को सिर्फ एकर रुपये में भोजन दिया जाता है।
एक रुपये की ताकत
गंभीर का मानना है कि यह सिर्फ खाने से कहीं ज्यादा है। उन्हें लगता है कि प्रतीकात्मक शुल्क लोगों को सम्मान के साथ खाने में सक्षम बनाता है। आखिरकार, अपने भोजन के लिए भुगतान करने में कुछ सशक्तीकरण होता है, चाहे वह राशि कितनी भी मामूली क्यों न हो। जन रसोई रोज़ाना लगभग 1,000 लोगों को भोजन उपलब्ध कराती है। उल्लेखनीय रूप से हर दिन मेनू बदलता है, जो पौष्टिक विविधता प्रदान करता है।