PM Modi’s US Visit 2024: क्वाड सम्मेलन में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क पहुंच चुके हैं। यहां वो भारतीय मूल के लोगों के कार्यक्रम में शामिल होंगे और उन्हें संबोधित करेंगे। साथ ही वो कई प्रमुख कंपनियों के सीईओ के साथ भी बैठक करेंगे। इससे पहले पीएम मोदी अपने तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को अमेरिका पहुंचे। उनका विमान 21 सितंबर को भारतीय समयानुसार शाम करीब साढ़े सात फिल-डेल्फिया पहुंचा। पीएम मोदी ने पहले दिन यहां QUAD शिखर सम्मेलन में भाग लिया। पीएम मोदी के दौरे को लेकर प्रवासी भारतीयों में जबरदस्त उत्साह है। अमेरिकी दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र के 'भविष्य के शिखर सम्मेलन' में भाग लेंगे।
मोदी-बाइडन की अलग से मुलाकात
क्वाड समिट के इतर पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन की अलग से भी मुलाकात हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को चांदी से बनी हाथ से उकेरी गई एक प्राचीन ट्रेन का मॉडल तोहफे में दिया है। इस ट्रेन के मॉडल को भारत में पैंसेंजन ट्रेनों के आधार पर बनाया गया है और डिब्बे के किनारों पर हिंदी और अंग्रेजी में "दिल्ली-डेलावेयर" और इंजन के किनारों पर "भारतीय रेलवे" लिखा गया है।
अमेरिका क्या दे रहा वापस?
वहीं पीएम मोदी की इस यात्रा पर अमेरिकी पक्ष ने भारत से चुराई गई या तस्करी की गई 297 प्राचीन वस्तुओं की वापसी में मदद की है। इन्हें जल्द ही भारत वापस लाया जाएगा। भारत के विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी साझा की है।
Deepening cultural connect and strengthening the fight against illicit trafficking of cultural properties. I am extremely grateful to President Biden and the US Government for ensuring the return of 297 invaluable antiquities to India. @POTUS @JoeBiden pic.twitter.com/0jziIYZ1GO
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2024
द्विपक्षीय मुलाकात और बातचीत खत्म होने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि, भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी इतिहास में किसी भी समय की तुलना में अधिक मजबूत, घनिष्ठ और अधिक गतिशील है।
After programmes in Delaware, landed in New York. Eager to be among the diaspora at the community programme in the city and to take part in other programmes. pic.twitter.com/6Q48tyW4hV
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2024
क्वाड किसी के खिलाफ नहीं: पीएम मोदी
वहीं क्वाड समिट में अपने उद्घाटन भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि समूह किसी के खिलाफ नहीं है और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, खुला, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्वाड देशों की साझा प्राथमिकता और साझा प्रतिबद्धता है।
Glad to have met Quad Leaders during today’s Summit in Wilmington, Delaware. The discussions were fruitful, focusing on how Quad can keep working to further global good. We will keep working together in key sectors like healthcare, technology, climate change and capacity… pic.twitter.com/xVRlg9RYaF
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2024
अमेरिकी राष्ट्रपति का बयान
वहीं जो बाइडेन ने कहा, "भले ही चुनौतियां आएंगी, दुनिया बदलेगी, लेकिन क्वाड यहां बना रहेगा।" बाइडेन सन 2021 में अपने कार्यकाल के शुरुआती दिनों से लेकर अब तक क्वाड के नेताओं से व्यक्तिगत रूप से चार बार और वर्चुअल मीटिंग सहित कुल छह बार मिल चुके हैं।।
Four years after my proposal to elevate the Quad, the U.S., Australia, India, and Japan are more strategically aligned and delivering more positive impact across the Indo-Pacific than ever before. While challenges will come and the world will change – the Quad is here to stay. pic.twitter.com/UYbFnYMYLB
— President Biden (@POTUS) September 21, 2024
जापान के पीएम ने क्या कहा?
वहीं जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा, "हमारे लिए, जो स्वतंत्रता और लोकतंत्र जैसे मूल्यों को साझा करते हैं, ये और भी अधिक महत्वपूर्ण है कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अपने साझा दृष्टिकोण के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करना जारी रखें"।
日米豪印首脳会合を開催しました。日米豪印は基本的価値を共有し、法の支配に基づく国際秩序の強化にコミットしています。国際社会の協調と「自由で開かれたインド太平洋」の実現に向け、国際保健、海洋安保、人道支援・災害救援を含め幅広い分野で実践的な協力を進めていきます。 https://t.co/DHzraJOu43
— 岸田文雄 (@kishida230) September 22, 2024
‘क्वाड का इतिहास लंबा नही...लेकिन’
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने क्वाड को एक निकाय के रूप में विकसित किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि, "कुछ अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्म के विपरीत क्वाड का इतिहास लंबा नहीं है। इसका मतलब है कि यह परंपरा द्वारा परिभाषित नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह भी है कि यह इसके द्वारा सीमित नहीं है।
Australia is always better off when we work closely with our friends and partners.A strong Quad means a stronger Australia.Together, driven by a common ambition to ensure a free, prosperous and secure Indo-Pacific region, we’re able to face the challenges of our region. pic.twitter.com/9C6OYx0TrX
— Anthony Albanese (@AlboMP) September 22, 2024
भारत में होगा ‘मैत्री’ कार्यशाला 2025 का आयोजन
क्वाड साझेदारों ने अपने जल क्षेत्र की निगरानी और सुरक्षा करने, अपने कानूनों को लागू करने और "गैरकानूनी व्यवहार" को रोकने के लिए "इंडो-पैसिफिक में प्रशिक्षण के लिए समुद्री पहल" (MAITRI) शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है। आपको बता दें कि भारत 2025 में अपनी क्वाड प्रेसीडेंसी के दौरान मैत्री कार्यशाला की पहली कार्यशाला की मेजबानी करेगा।