ब्यूरोः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को इटली की सफल यात्रा पूरी करने के बाद नई दिल्ली पहुंच गए। इस यात्रा में उन्होंने जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लिया और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की सहित कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
Had a very productive day at the G7 Summit in Apulia. Interacted with world leaders and discussed various subjects. Together, we aim to create impactful solutions that benefit the global community and create a better world for future generations.I thank the people and…
— Narendra Modi (@narendramodi) June 14, 2024
लगातार तीसरी बार शीर्ष पद संभालने के बाद जी7 शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी इटली पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने जी7 मंच के तहत प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर उपयोगी बातचीत की और शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले देशों के साथ भारत के संबंधों को भी मजबूत किया।
अपनी यात्रा के विवरण के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन में एक बहुत ही उत्पादक दिन रहा। विश्व नेताओं के साथ बातचीत की और विभिन्न विषयों पर चर्चा की। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य ऐसे प्रभावशाली समाधान तैयार करना है जो वैश्विक समुदाय को लाभान्वित करें और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाएं। मैं इटली के लोगों और सरकार को उनके गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं।
A successful visit to Italy concludes as PM @narendramodi emplanes for New Delhi. The visit saw fruitful dialogues on key global issues under the G7 platform and deepening of 🇮🇳’s partnership with countries participating in the Summit. pic.twitter.com/eBKvb7Ji8U
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) June 14, 2024
गौरतलब है कि एआई और ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर जी7 आउटरीच सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामाजिक असमानताओं को कम करने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग में सहयोगात्मक प्रयासों का आह्वान किया और जोर देकर कहा कि भारत बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए "मानव-केंद्रित" दृष्टिकोण की दिशा में काम कर रहा है।
पीएम मोदी ने विशेष रूप से मानव प्रगति के लिए प्रौद्योगिकी के व्यापक पैमाने पर उपयोग पर प्रकाश डाला और इस बात पर जोर दिया कि भारत अपनी विकास यात्रा के लिए एआई का लाभ कैसे उठा रहा है। उन्होंने जोर दिया कि एआई को पारदर्शी, सुरक्षित, सुलभ और जिम्मेदार बने रहना चाहिए। इसके अलावा, आउटरीच शिखर सम्मेलन में पीएम ने वैश्विक निर्णय लेने में अफ्रीका सहित वैश्विक दक्षिण की आवाज को बढ़ाने का भी आह्वान किया।