ब्यूरो: नाग पुष्प एक दुर्लभ फुल है यह हिमालय में पाए जाते हैं और यह देखने में शेषनाग की तरह ही दिखते हैं। यह पुष्प नाग या शेषनाग की तरह दिखता है इसलिए इसका नाम “नागपुष्प” कहा जाता है। हिमाचल में भी कई जगह नागपुष्प देखने को मिलते हैं। कहा जाता है कि नाग पुष्प केवल रात में खिलता हैं और 36 वर्षो में सिर्फ़ एक बार खिलता हैं।
धार्मिक पुराणों में ऐसी मान्यता है कि यह पुष्प अमरनाथ की गुफ़ा में अमर कहानी सुनाने से पहले भगवान शिव जी ने अपनी पत्नी पार्वती को दिया था। ऐसे भी माना जाता हैं कि इस फूल के दर्शन मात्र से भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता हैं। नाग पुष्प केवल भारत में पाया जाता हैं. यह विश्व के किसी अन्य देश में नहीं पाया जाता हैं।
नागपुष्प का प्रयोग दवा के रूप में रोगों को ठीक करने के लिए भी किया जाता हैं। इस फूल को शुभ माना जाता हैं और ये भी माना जाता है कि इस पुष्प को घर लाने पर, घर में सुख-समृद्धि, शांति आदि आता हैं। मंडी के कमरूनाग मन्दिर जाते वक्त ये फुल रास्ते में दिख जाते हैं। हालांकि नाग फुल की ओर किस्में भी पाई जाती हैं।