ब्यूरो: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली। इस धमकी मिलने के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया और डॉग स्क्वायड और बम स्कवाड के दस्ते ने पूरे भवन में जांच पड़ताल शुरू की।
हाईकोर्ट को केएनआर समूह के नाम से मिला था ईमेल
जानकारी के अनुसार 17 जून को हिमाचल उच्च न्यायालय को केएनआर समूह के नाम से ईमेल प्राप्त हुआ था, जिसमें हाईकोर्ट परिसर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। इस मेल में कोर्ट के परिसर में बम होने की बात कही थी। बताया जा रहा है कि इस मेल को डार्क वेब के जरिए हाईकोर्ट के कई अधिकारियों को भेजा गया था। धमकी भरी मेल मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों के साथ राज्य पुलिस अलर्ट हो गई है और डॉग स्क्वायड और बम स्कवाड के दस्ते ने पूरे भवन में जांच पड़ताल शुरू की। इस दौरान एसपी शिमला संजीव कुमार गांधी समेत जिला पुलिस के सभी बड़े अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने हाईकोर्ट में लिया स्थिति का जायजा
इस मामले पर रजिस्ट्रार जनरल हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने पुलिस अधीक्षक शिमला को पत्र लिख कर न्यायाधीशों और न्यायिक अधिकारियों समेत अन्य स्टाफ की सुरक्षा के मद्देनजर त्वरित कार्रवाई करते हुए बम निरोधक दस्ता भेजने को कहा गया और इस बारे में जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना भी हाईकोर्ट पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
इस मामले पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (होम) ओंकार शर्मा ने कहा कि हाईकोर्ट को ईमेल के जरिए से बम की धमकी आई थी। इसके मद्देनजर हाईकोर्ट में मॉकड्रिल का आयोजन किया गया था। इसमें हाईकोर्ट के न्यायाधीश, वकीलों और कर्मचारियों को बचाव के तरीके बताए गए। साथ में उन्होंने कहा कि डॉग स्क्वायड और बम स्कवाड के दस्ते ने पूरे भवन में जांच पड़ताल शुरू की।