ब्यूरो: (पराक्रम चन्द) शिमला: कांगडा- बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाला बड़ा भंगाल आजादी के दशकों बाद भी सड़क के साथ बिजली की भी महरूम है। आज़ादी के 7 दशक बाद भी यहाँ सड़क नहीं पहुंच पाई है। साथ ही बिजली की भी यहाँ बड़ी समस्या है। ये बात सरकार भी मानती है कि बड़ा भंगाल में बिजली की स्थिति ठीक नहीं है। क्योंकि इस क्षेत्र में ग्रिड की तारें नहीं पहुंच पाई है। स्थानीय स्तर पर हिमउर्जा द्वारा 40 केवीए का मिनी हाइडल स्टेशन 2004 में लगाया जो सफल नहीं हो पाया।
बड़ा भंगाल हिमाचल प्रदेश के सबसे कठिन और साहसिक ट्रैक में से एक है। यह समुद्र तल से 4875 मीटर की ऊँचाई पर स्थित एक ऊंचाई वाला ट्रैक है। धौलाधार और पीर पंजाल रेंज में बसे इस इलाके में खाद्य सामग्री भी हवाई जहाज़ से भेजनी पड़ती है। हिमाचल के कांगड़ा जिले के इस दूर-दराज गांव में हैं सिर्फ 159 वोटर हैं। जहां लोग चार दिन में पैदल पहुंचते है।