Haryana: भाजपा के पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा की बढ़ी मुश्किलें, शिकायत में करोड़ों रुपए के लेन-देन का हवाला
ब्यूरो: हरियाणा में पूर्व मंत्री व भाजपा के दिग्गज नेता रामबिलास शर्मा के बिना टिकट ही नामांकन भरने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ने लग गई हैं। रामबिलास शर्मा के खिलाफ एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर हरियाणा के एडिशनल होम सेक्रेटरी ने आदेश जारी कर तुरंत प्रभाव से एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा है। इस शिकायत में पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा व उनके पुत्र सहित कई लोगों के नाम शामिल हैं।
महेंद्रगढ़ के गांव भागोत निवासी पुजारी कैलाश चंद शर्मा की पत्नी नीलम शर्मा ने मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार, गृहमंत्री, हरियाणा पुलिस महानिदेशक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक नारनौल और मानवाधिकार आयोग को भेजी गई शिकायत में निवेदन किया है कि उसके पति कैलाश पुजारी पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के राजनीतिक प्रभाव में आकर उनके झांसे में आ गए। जिस कारण मंत्री ने उनको बार-बार अपने कामों व खर्चों में प्रयोग किया। इस प्रकार उनके पति ने अपने करोड़ों रुपए की धन दौलत रामबिलास शर्मा के प्रचार, नगदी, खाने-पीने, रैली के खर्चे, ज्वेलरी, लड़की की शादी, पिता के काज, दामाद के इलाज, सतनाली के फार्म हाउस का निर्माण तथा नई गाड़ी आदि दिलवाने में बहकावे में आकर खर्च कर दी।
वहीं रामबिलास शर्मा ने 15 करोड़ रुपए नगद भी ले लिए। इस प्रकार उसके पति ने रामविलास शर्मा के ऊपर 20 वर्षों में करीब 22 करोड रुपए लगा दिए। उसके पति ने पाइप फैक्ट्री की पूरी कमाई वह लागता तथा अपना सब कुछ रामविलास शर्मा पर लुटा दिया। जब उसके पति के पास कोई पैसा नहीं बचा तब रामबिलास शर्मा ने उसके पति को दुत्कार दिया। बार-बार उसके पति द्वारा दी गई नगद रकम व खर्च किए गए करोड़ों राशि जब वापस मांगी गई तो रामबिलास शर्मा ने राजनीतिक प्रभाव दिखाते हुए उसके बेटे मोहित को झूठे पोस्को एक्ट में बंद करवा दिया।
उसके पति पर एक चेक का केस डलवा दिया, जमीन पर दावा डलवा दिया। पुरानी पुस्तेनी हवेली पर कब्जा कर लिया। खेती की जमीन का ट्यूबवेल का बिजली कनेक्शन कटवा दिया। इस तरह अलग-अलग तरीकों से उसके पति और परिवार पर उसने वह उसके आदमियों ने सरकारी मशीनरी से अत्याचार करवाया।
पूर्व मंत्री व उसके बेटे गौतम शर्मा ने अपने छह आदमियों रणधीर, जगत, विकास, जयवीर, सत्यवीर, कुलदीप से अत्याचार करवा कर उसके परिवार को दाने-दाने के लिए मोहताज कर दिया। दोनों पिता पुत्र ने इलाके में प्रभाव के चलते उन्हें आमजन से दूर कर दिया।
गत 17 जुलाई को पूर्व मंत्री के का सत्यवीरने बताया कि दोनों पिता पुत्र उसकी कभी भी हत्या करवा सकते हैं। उसी दिन उसके पति ने डायल 112 पर फोन किया परंतु पुलिस ने सरकार के दबाव में आकर कोई ध्यान नहीं दिया ना ही कार्रवाई की। इसके बाद वह बीमार भी हो गई तथा पीजीआई रोहतक में भर्ती भी रही। इसलिए नए कानून भारतीय न्याय संहिता की धारा 173 (4 ) के तहत उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए व 108 बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज करके आगामी जांच की जाए। इस शिकायत के बाद हरियाणा के एडिशनल होम सेक्रेटरी ने पुलिस को तुरंत एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।