ब्यूरो: हरियाणा के जींद में किसान संगठनों ने आज किसान मजदूर महापंचायत बुलाई है। यह महापंचायत सुबह 10 बजे उचाना की अतिरिक्त कपास मंडी में होगी। महापंचायत से पहले शनिवार-रविवार रात पुलिस ने पंजाब-हरियाणा बॉर्डर को कैथल में गुहला चीका और संगतपुरा के पास सीमेंट की बैरिकेडिंग की। पुलिस का कहना है कि किसानों ने परमिशन नहीं ली है। किसानों का दावा है कि इस महा पंचायत मे पूरे भारत से 50 हजार किसान भाग लेंगे।
किसान नेताओं का कहना है कि हमारा अजेंडा बीजेपी के 10 साल में किसान और मजदूर के ऊपर जो जुल्म और अत्याचार हुए है उस बीजेपी सरकार क़ो सबक सीखना है। हमारा किसी भी पार्टी क़ो स्पोर्ट करने का नहीं है और ना ही किसी पार्टी का बहिष्कार करने का है।
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि एमएसपी गारंटी कानून बनवाने के लिए 13 फरवरी से किसान आंदोलन चल रहा है। आंदोलन को लेकर जो कमेटी बनाई गई है उसका ये फैसला है कि 15 सितंबर को उचाना की हाइवे पर जो अतिरिक्त अनाज मंडी है, वहां राष्ट्रीय स्तर की किसान, मजदूरों की महापंचायत होगी। देश के कौने-कौने से किसान भाग लेंगे। एक दिन की शांतिपूर्वक पंचायत है।
एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर आवाज करेंगे बुलंद
पंचायत से भी बड़ी संख्या में किसान आएंगे। हरियाणा भर से भी किसान यहां पहुंचेंगे। एमएसपी गारंटी कानून की ये लड़ाई है इस लड़ाई को हर हाल में जीतना है। कोहाड़ ने स्पष्ट करते हुए कहा कि हमारा कोई राजनीति एजेंडा नहीं है हमें ना तो चुनाव लडऩा ना ही किसी को चुनाव लड़वाना ना तो हम किसी के लिए वोट मांगते ना ही किसी को वोट देने की अपील करते। 15 सितंबर को जो हमारी महापंचायत होगी उसमें ऐसे किसी व्यक्ति को माइकए मंच नहीं दिया जाएगा जो व्यक्ति चुनावी राजनीति से जुड़ा होगा।
हमारी जो लड़ाई है जो सत्ता में पार्टी है पिछले दस साल से जो लगातार किसानए मजदूरों के विरोध में कार्य कर रही है। उन सभी कार्यों को लेकर लोगों को बताएंगे लोगों को जागरूक करेंगे। उचाना के आसपास के जो गांव है जिनमें प्रचार किया है। जिस गांव में नहीं गए वो भी लोग अपने ट्रैक्टरों सहित अन्य साधनों में पहुंचे। उचाना के आसपास के जो लोग है वो अपने साथ दूध, लस्सी, फल व फू्रट लेकर आएं। क्योंकि पूरे देश से किसान आएंगे। एक संदेश यहां से जाएगा कि हरियाणा में गए थे वहां के लोगों ने अच्छा स्वागत किया।