ब्यूरो: पंचकूला में ईंट भट्ठे पर दीवार गिरने से 3 बच्चों की मौत हो गई, जबकि एक बच्चा घायल हो गया। हादसा रायपुर रानी क्षेत्र के जासपुर गांव में हुआ। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चों के शव कब्जे में ले लिया। फिलहाल पुलिस बच्चों के परिजनों और ईंट भट्ठे के मालिक से पूछताछ कर रही है।
पुलिस की शुरुआती जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के पटवारी नगला गांव के रहने वाला परिवार 15 साल से कमला ईंट भट्ठे पर काम कर रहा है। बुधवार सुबह करीब 11 बजे मजदूर का परिवार ईंट बनाने का काम कर रहा था। पास में ही उनके बच्चे खेल रहे थे। अचानक दीवार गिर गई और 4 बच्चे नीचे दब गए। इसके बाद परिवार ने तुरंत चारों बच्चों को बाहर निकाला और नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे।
वहां डॉक्टरों ने 2 बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जबकि एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों की पहचान रफिया (6), मोहम्मद साद (5), जिशान (2) के रूप में हुई है। घायल बच्चे का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। मजदूर परिवार पिछले 15 वर्षों से इस भट्ठे पर काम कर रहा था। घटना के बाद पुलिस चौकी मौली ने मौके पर पहुंचकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। बच्चों की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर है, और मजदूर परिवार गहरे सदमे में हैं।
डॉ. गौरव प्रजापति ने बताया कि तीन बच्चों को लाया गया। जांच करने पर पता चला कि 2बच्चे पहले ही मर चुके थे। 5 वर्षीय बच्चे को चिकित्सा सहायता दी गई। यह पाया गया कि उसके वायुमार्ग में काफी मात्रा में रक्त और बलगम भरा हुआ था। बच्चे का इलाज जारी है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है कि आखिरकार दीवार गिरने का कारण क्या था और इसके लिए कौन जिम्मेदार है? इस दुखद घटना ने भट्ठा उद्योग में मजदूरों की सुरक्षा और उनके बच्चों की देखरेख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन और मजदूर संगठनों से उम्मीद की जा रही है कि वे इस घटना की जांच के साथ ही भट्ठों पर काम कर रहे मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाएंगे।