ब्यूरो: कांग्रेस ने महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर एक बार फिर प्रदेश विधानसभा को भंग करने और राष्ट्रपति शासन लागू कर जल्द चुनाव के निर्देश देने की मांग उठाई है। आज पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने पहुंचा। ज्ञापन में पार्टी ने कहा कि मौजूदा मुख्यमंत्री हाल ही में हुए करनाल उपचुनाव से विधायक चुने गए हैं। फिर भी भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों की संख्या में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। बीजेपी विधायकों की संख्या 41 ही है। इसके अलावा सरकार को हलोपा के एक विधायक और एक निर्दलीय का समर्थन हासिल है। यानी सरकार को समर्थन देने वाले विधायकों की संख्या कुल 43 ही है। जबकि वर्तमान समय में सदन के विधायकों की संख्या 87 है और बहुमत का आंकड़ा 44 है।
ज्ञापन में कहा गया है कि अगर वर्तमान सरकार खरीद-फरोख्त व अन्य असंवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल ना करे तो उसके पास सदन में बहुमत नहीं है। इसलिए संविधान के रक्षक के तौर पर महामहिम राज्यपाल को अल्पमत की सरकार को तुरंत बर्खास्त करके राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए। उन्हें अपने संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए संविधान की गरिमा व पवित्रता को बरकरार रखना चाहिए। साथ ही राज्य के लोगों को बहुमत की सरकार चुनने का अवसर प्रदान करने के लिए विधानसभा चुनाव नियमानुसार करवाने के आदेश पारित करने चाहिए।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चौधरी उदयभान ने बताया कि कांग्रेस विधायक दल द्वारा 10 मई 2024 को भी इस बारे में राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा गया था। इस सरकार को नैतिकता के आधार पर खुद ही त्यागपत्र दे देना चाहिए और राज्यपाल को हॉर्स ट्रेडिंग रोकने के लिए तुरंत विधानसभा भंग करनी चाहिए। राज्यपाल ने ज्ञापन पर विचार करने का आश्वासन दिया है।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए चौधरी उदयभान ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। लोकसभा चुनाव के नतीजे ने बता दिया कि कांग्रेस प्रदेश की सबसे मजबूत पार्टी है। भाजपा समेत अन्य दलों से 42 पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, सांसद व पूर्व सांसद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। सरकार को समर्थन देने वाले 3 निर्दलीय विधायकों ने भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन दिया है। जहां तक किरण चौधरी के बीजेपी में जाने का सवाल है तो उस बारे में खुद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बड़ा खुलासा कर दिया है। मनोहर लाल खट्टर ने खुद बताया है कि लंबे समय से किरण चौधरी का मन बीजेपी में ही था, उनका सिर्फ शरीर कांग्रेस में था। राज्यसभा चुनाव में भी किरण चौधरी की भूमिका को लेकर कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन ने उसी वक्त बता दिया था।
भर्तियों पर पूछे गए सवाल के जवाब में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कभी सोशियो इकोनामिक अंकों के नाम पर बीजेपी द्वारा भर्तियों को लटकाया जाता है तो कभी एचपीएससी के दफ्तर में करोड़ों रुपए पकड़े जाते हैं। कभी पेपर लीक तो कभी ओएमआर सीट बदलने के घोटाले सामने आते हैं। बीजेपी सरकार के दौरान नौकरियों को परचून की दुकान पर सामान की तरह बेचा जा रहा है। नीट परीक्षा से लेकर नेट परीक्षा तक में धांधलियां सबके सामने हैं। स्पष्ट है कि यह सरकार पक्की भर्तियां करना ही नहीं चाहती। हरियाणा में कौशल रोजगार निगम के जरिए खाली पदों को भरा जा रहा है। न आरक्षण ना पारदर्शिता कौशल निगम में कम वेतन पर युवाओ का शोषण हो रहा है। वहां पर कामगारों को किसी तरह की जॉब सिक्योरिटी तक नहीं है।
एमएसपी बढ़ोत्तरी पर टिप्पणी करते हुए हुड्डा ने इसे नाकाफी बताया। उन्होंने कहा कि लागत के मुकाबले बीजेपी द्वारा बेहद मामूली बढ़ोत्तरी की जाती है। बीजेपी ने एसएसपी बढ़ोत्तरी को मात्र एक औपचारिकता में बदल दिया है। किसान की लागत मौजूदा सरकार के दौरान कई गुणा बढ़ गई है और कृषक वर्ग बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है।