Friday 20th of September 2024

BJP की दूसरी लिस्ट: 21 उम्मीदवारों की प्रोफाइल, साधे जातीय-क्षेत्रीय समीकरण, विनेश के सामने कैप्टन मैदान में

Reported by: PTC News Haryana Desk  |  Edited by: Md Saif  |  September 11th 2024 01:21 PM  |  Updated: September 11th 2024 01:21 PM

BJP की दूसरी लिस्ट: 21 उम्मीदवारों की प्रोफाइल, साधे जातीय-क्षेत्रीय समीकरण, विनेश के सामने कैप्टन मैदान में

ब्यूरो:  भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। भाजपा ने इससे पहले 67 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी की थी। होट सीट बन चुकी जुलाना सीट पर भाजपा ने कैप्टन बैरागी को विनेश फोगाट के खिलाफ उतारा है। कैप्टन बैरागी एअर इंडिया से VRS ले चुके हैं। भाजपा की इस लिस्ट में पिछली बार चुनाव हारे 4 नेताओं को जगह मिली है। भाजपा की इस लिस्ट में 2 महिला उम्मीदवार हैं, वहीं 4 दलित उम्मीदवार शामिल हैं।

हरियाणा चुनाव के लिए भाजपा के  21 उम्मीदवारों की लिस्ट में दो फैक्टर का जोर रहा, जिसमें पहला पार्टी का सर्वे और दूसरा संघ का फीडबैक शामिल है। इसी वजह से 21  में से 4 ऐसे उम्मीदवार हैं जो पिछली बार चुनाव हार गए थे। लेकिन इन्हें फिर इस बार मौका दिया गया है। जबकि कहीं कहीं ये दो फैक्टर खिलाफ होने पर टिकट भी कटते दिखे। इनमें मंत्री, विधायक समेत 7 बड़े नाम शामिल हैं। इस सूची के द्वारा भाजपा ने केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत को खुश करने की भी कोशिश की। जहां 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में उनके 4 विरोधियों को टिकट दिया था, लेकिन इस बार 2 मौजूदा विधायकों का टिकट कर मंत्री राव इंद्रजीत को खुश करने की कोशिश की गई। इस लिस्ट के जरिए भाजपा ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी एक झटका दे दिया है। उनके विरोध के बावजूद पटौदी से बिमला चौधरी को टिकट दिया गया। 2019 में खट्‌टर ने टिकट कटवा दिया था। इसी तरह खट्टर के दो करीबी विधायक बनवारी लाल और सत्यप्रकाश जरावता का टिकट काट दिया गया है। भाजपा ने दक्षिण हरियाणा वाली अहीरवाल बेल्ट जोकि पार्टी का गढ़ माना जाता है, वहां पार्टी ने 5 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया है। इसी तरह जीटी रोड बेल्ट में भी नए चेहरों को जगह दी गई है। इसका सबसे बड़ा कारण एंटी इनकंबेंसी से बचकर तीसरी बार सत्ता हासिल करना है।

कौन सबसे ज्यादा वरिष्ठ और कौन कनिष्ठ

सबसे उम्रदराज 73 साल के कृष्णा गहलावत हैं, जिन्हें राई विधानसभा से मैदान में उतारा गया है।

21 उम्मीदवारों में सबसे युवा चेहरे 35 साल के कैप्टन योगेश बैरागी हैं, जिन्हें जींद की जुलाना सीट से उतारा गया है।

भाजपा के उम्मीदवारों की प्रोफाइल, विस्तार से

1 विधानसभा सीट- नारायणगढ़ (अंबाला)

नाम-  पवन सैनी

उम्र- 53 साल

शिक्षा-  BAMS

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

1982 में आखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति की शुरुआत की। जिला महासचिव, जिला अध्यक्ष समेत विभिन्न पदों पर रहे। 2014 में लाडवा से विधायक बने। 2019 में विधानसभा चुनाव हारे

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

 मुख्यमंत्री नायब सैनी के करीबी

पिछले चुनाव का परिणाम

शैली चौधरी (कांग्रेस) - 53,470 वोट

सुरेंद्र सिंह (भाजपा)- 32,870 वोट

2 विधानसभा सीट- पिहोवा (कुरुक्षेत्र)

नाम-  जय भगवान शर्मा

उम्र- 62 साल

शिक्षा- BA

 

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

वर्ष 2000 से लेकर 2010 तक इनेलो में रहे। इसके बाद कांग्रेस में चले गए और वर्ष 2014 तक रहे। 2014 में टिकट कटने के बाद भाजपा में थानेसर से दावेदारी जताई, लेकिन सुभाष सुधा बाजी मार गए

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

मंत्री मूलचंद शर्मा समधी, ब्राह्मण चेहरा

पिछले चुनाव का परिणाम

मनदीप सिंह चट्ठा (कांग्रेस) -  37,299 वोट

संदीप सिंह (भाजपा)- 42,613 वोट

 

3 विधानसभा सीट- पुंडरी (कैथल)

नाम-  सतपाल जांबा

उम्र- 45 साल

शिक्षा- BA

 

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

जांबा गांव में एक किसान परिवार में जन्मे। कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है। पुंडरी क्षेत्र में लंबे समय से समाज सेवा कर रहे हैं। सतपाल रोड समुदाय से हैं और इस सीट पर इस समुदाय के सबसे ज्यादा वोट हैं।

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

मुख्यमंत्री नायब सैनी से अच्छी दोस्ती। रोड़ समुदाय में पकड़

पिछले चुनाव का परिणाम

सतबीर सिंह जांगड़ा (कांग्रेस) -  28,184 वोट

रणधीर सिंह गोलेन - 41,008 वोट 

4 विधानसभा सीट- असंध (करनाल)

नाम-  योगेंद्र राणा

उम्र- 52 साल

शिक्षा- BA

 

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

योगेंद्र 2013 में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य बनाए गए थे। 2015 में उन्हें करनाल का भाजपा जिला महामंत्री बनाया गया। इसके बाद 2020 में उन्हें करनाल भाजपा का जिला अध्यक्ष लगाया गया। 2022 में उन्हें दोबारा यह जिम्मेदारी दी गई

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

भाजपा के जिला अध्यक्ष हैं। मनोहर लाल खट्टर की पसंद

पिछले चुनाव का परिणाम

शमशेर सिंह गोगी (कांग्रेस) - 32,114 वोट

 नरेंद्र सिंह (बसपा)- 30,411 वोट

5 विधानसभा सीट- गन्नौर (सोनीपत)

नाम-  देवेंद्र कौशिक

उम्र- 55 साल

शिक्षा- ग्रेजुएशन

 

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौधरी बंसीलाल के साथ 1991 में राजनीति शुरू की। इनके भाई रमेश कौशिक 2014-2019 में सोनीपत से भाजपा सांसद रहे।

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

वर्तमान विधायक निर्मल चौधरी का पार्टी में विरोध

पिछले चुनाव का परिणाम

कुलदीप शर्मा (कांग्रेस) - 47,550 वोट

 निर्मल चौधरी(भाजपा)-  57,830 वोट

 

6 विधानसभा सीट- राई (सोनीपत)

नाम-  कृष्णा गहलावत 

उम्र- 73 साल

शिक्षा- MA

 

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

र्ष 1996 में रोहट (अब खरखौदा) हलके से हविपा की टिकट पर चुनाव लड़ जीतीं। चौ. बंसी लाल सरकार में मंत्री भी बनीं। 2014 में भाजपा की टिकट पर राई से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं। इससे पहले कांग्रेस की टिकट पर 2005 में रोहट से चुनाव लड़ी, और हारीं

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

मोहन लाल बड़ौली के चुनाव से हटने के बाद बड़ा चेहरा

पिछले चुनाव का परिणाम

 जयतीरथ दहिया (कांग्रेस) - 42,715  वोट

मोहन लाल बड़ौली (भाजपा)- 45,377 वोट

 

7 विधानसभा सीट- बरोदा (सोनीपत)

नाम-  प्रदीप सांगवान 

उम्र- 48 साल

शिक्षा- BA

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

प्रदीप सांगवान के पिता किशन सांगवान पूर्व सांसद- मंत्री रहे हैं। 2008 में हुए गोहाना उपचुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और हार गए थे। 2014 में वह भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 2021 बरोदा उपचुनाव में उन्होंने दोबारा भाजपा जॉइन की थी

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

पूर्व मंत्री किशन सांगवान के बेटे

पिछले चुनाव का परिणाम

 श्रीकृष्ण हुड्डा (कांग्रेस) - 42,566  वोट

योगेश्वर दत्त (भाजपा)-  37,726 वोट

8 विधानसभा सीट- जुलाना (जींद)

नाम-  कैप्टन योगेश बैरागी

उम्र- 35 वर्ष

शिक्षा- BA

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

एयरलाइन में कैप्टन रहे। 9 साल तक सर्विस के बाद VRS लिया और राजनीति में सक्रिय हो गए। 8 साल से भाजपा के साथ जुड़े रहे। पार्टी में युवा मोर्चा कार्यकारिणी सदस्य बने। खेल प्रकोष्ठ के प्रदेश सह-संयोजक रहे और वर्तमान में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

OBC समाज में अच्छी पकड़

पिछले चुनाव का परिणाम

अमरजीत ढांडा (JJP) - 61,942 वोट

परमिंदर सिंह दुल (भाजपा)-  37,749 वोट

 

  

9 विधानसभा सीट- नरवाना (जींद)

नाम-  कृष्ण बेदी 

उम्र- 57 साल

शिक्षा- M.sc

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

पिछले काफी समय से भाजपा में हैं। पहले रादौर से विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उस चुनाव में हार गए थे। 2014 में शाहबाद विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीते। 2019 में भी भाजपा की टिकट पर शाहबाद से ही चुनाव

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

पिछड़े वर्ग के बड़े नेता हैं

पिछले चुनाव का परिणाम

राम निवास (JJP) - 79,578 वोट

संतोष रानी (भाजपा)- 48,886 वोट

 

10 विधानसभा सीट- डबवाली (सिरसा)

नाम-  बलदेव सिंह मांगीयाना

उम्र- 56 साल

शिक्षा- 12वीं

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

विधानसभा क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय। भाजपा में 30 साल पहले जुड़े और लगातार पार्टी की मजबूती के लिए काम करते रहे। मनोहर लाल खट्टर सरकार में मार्केट बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया। संघ के सर्वे में पॉपुलर चेहरा बनकर सामने आए और टिकट मिला।

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

क्षेत्र में बड़ा सिख चेहरा

पिछले चुनाव का परिणाम

अमित सिहाग (कांग्रेस) - 66,885 वोट

आदित्य (भाजपा)- 51,238 वोट  

 

11 विधानसभा सीट- ऐलनाबाद (सिरसा)

नाम-  अमीर चंद मेहता

उम्र- 63 साल

शिक्षा- 10वीं पास

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

जनसंघ से जुड़े हुए थे.. पार्टी में बूथ अध्यक्ष, मंडल प्रभारी, जिलाध्यक्ष, किसान मोर्चा प्रदेश सचिव, मार्केट कमेटी ऐलनाबाद के पूर्व चेयरमैन और प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भी रह चुके हैं। 2009 में भाजपा के टिकट पर ऐलनाबाद से ही चुनाव लड़ा था

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

लंबे समय से RSS से जुड़े हुए हैं

पिछले चुनाव का परिणाम

अभय सिंह चौटाला (INLD) - 56,976 वोट

पवन बेनीवाल (भाजपा)-  45,133 वोट

12 विधानसभा सीट- रोहतक (रोहतक)

नाम-  मनीष कुमार ग्रोवर

उम्र- 70 साल

शिक्षा- 12वीं

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

1987 व 1992 में नगर पार्षद रहे। मंडल महामंत्री, रोहतक मंडल अध्यक्ष, जिला महामंत्री, जिला अध्यक्ष समेत विभिन्न पदों पर रहे। 2014 में वह रोहतक सीट से विधायक बने। तब उन्हें सहकारिता मंत्री बनाया गया। छठी बार भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

प्रदेश का बड़ा पंजाबी चेहरा। मंत्री रह चुके

पिछले चुनाव का परिणाम

भारत भूषण बत्रा (कांग्रेस) - 50,437  वोट

मनीष ग्रोवर (भाजपा)- 47,702 वोट

 

13 विधानसभा सीट- नारनौल (महेंद्रगढ़)

नाम-  ओम प्रकाश यादव

उम्र- 67 साल

शिक्षा-  M.Sc.

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

2 बार विधायक रह चुके हैं। कृषि विभाग में कृषि विकास अधिकारी के पद पर रहे। हरियाणा में मनोहर लाल सरकार में मंत्री रहे। जब नायब सिंह सैनी की सरकार बनी तो उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

2 बार विधायक रहे, राव इंद्रजीत सिंह के करीबी रहे

पिछले चुनाव का परिणाम

कमलेश सैनी (कांग्रेस) -  28,017 वोट

ओम प्रकाश यादव (भाजपा)- 42,732 वोट

 

14 विधानसभा सीट- बावल (रेवाड़ी)

नाम-  डॉ. कृष्ण कुमार

उम्र- 58 साल

शिक्षा-  MBBS

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

प्रदेश के 7 जिलों में CMO के पद पर रह चुके हैं। 9 सितंबर को स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज के पद से इस्तीफा दिया। पार्टी में शामिल होने के 3 घंटे बाद ही टिकट मिला।

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के करीबी

पिछले चुनाव का परिणाम

डॉ. एमएल रंगा (कांग्रेस) - 36,804 वोट

डॉ. बनवारी लाल (भाजपा)- 69,049 वोट

15 विधानसभा सीट- पटौदी (गुरुग्राम)

नाम-  बिमला चौधरी

उम्र- 57 साल

शिक्षा- 12वीं पास

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

2014 में राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर टिकट मिलने पर जीतीं। 2019 में पार्टी ने टिकट काटकर संगठन के पुराने कार्यकर्ता सत्यप्रकाश जरावता को दी। इस बार सत्यप्रकाश का टिकट काटकर बिमला चौधरी को प्रत्याशी बनाया। लंबे समय तक समाजसेवी के तौर पर काम करने के बाद राजनीति में आईं।

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

इस सीट से विधायक रह चुकी हैं

पिछले चुनाव का परिणाम

सत्य प्रकाश जरावता (भाजपा) - 60,633  वोट

 नरेंद्र सिंह पहाड़ी -  24,054 वोट

 

16 विधानसभा सीट- नूंह (नूंह)

नाम-  संजय सिंह

उम्र- (52 साल

शिक्षा- ग्रेजुएशन

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

संजय सिंह का परिवार करीब 40 साल से भाजपा से जुड़ा है। संजय 2019 में सोहना से विधायक चुने गए। 2024 में नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद इन्हें खेल एवं वन राज्यमंत्री बनाया गया

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

नूंह से इनके पिता सूरजपाल सिंह विधायक रह चुके हैं

पिछले चुनाव का परिणाम

आफताब अहमद (कांग्रेस) - 52,311 वोट

जाकिर हुसैन (भाजपा)- 48,273 वोट

 

17 विधानसभा सीट- फिरोजपुर-झिरका (नूंह)

नाम-  नसीम अहमद

उम्र- 44

शिक्षा- बीए, एलएलबी

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

2 बार विधायक रह चुके हैं। 2019 में भाजपा ने टिकट दिया, लेकिन वे चुनाव हार गए। फिरोजपुर-झिरका क्षेत्र में उनके परिवार की मजबूत पकड़ है।

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

भाजपा में बड़ा मुस्लिम चेहरा, 2 बार विधायक रह चुके हैं

पिछले चुनाव का परिणाम

मामन खान (कांग्रेस) - 84,546 वोट

नसीम अहमद (भाजपा)- 47,542  वोट

 

18 विधानसभा सीट- पुन्हाना (नूंह)

नाम-  ऐजाज खान

उम्र- 56 साल

शिक्षा- बीए, एलएलबी

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

पुन्हाना इलाके में लंबे समय से सक्रिय। वर्तमान में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य। 2019 में वह टिकट की आस लिए BJP में शामिल हुए थे, लेकिन टिकट नहीं मिल पाया। राजनीति के साथ-साथ वकालत भी करते हैं।

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

टिकट की शर्त पर ही भाजपा में शामिल हुए थे

पिछले चुनाव का परिणाम

चौधरी मोहम्मद इलियास  (कांग्रेस) -  35,092 वोट

राहिश खान (भाजपा)- 34,276 वोट

 

19 विधानसभा सीट- हथीन (पलवल)

नाम-  मनोज रावत

उम्र- 36 साल

शिक्षा- B.A.

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

दिल्ली पुलिस से वीआरएस लेकर पहली बार चुनाव लड़ेंगे। पत्नी जिला परिषद की चेयरपर्सन है। जिला परिषद चुनाव के बाद से ही भाजपा में सक्रिय हुए हैं। लोकसभा चुनाव में सांसद कृष्णपाल गुर्जर का समर्थन कर रहे थे।

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

जाट समुदाय पर अच्छी पकड़, सांसद कृष्णपाल गुर्जर के करीबी

पिछले चुनाव का परिणाम

मोहम्मद इसराइल (कांग्रेस) -  43,857 वोट

प्रवीण डागर (भाजपा)-  46,744 वोट

 

20 विधानसभा सीट- होडल (पलवल)

नाम-  हरेंद्र सिंह

उम्र- 55 साल

शिक्षा- B.A.

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

हरेंद्र सिंह हरियाणा भूमि विकास बैंक में मैनेजर पद से इस्तीफा देकर राजनीति में आए हैं। इनके पिता रामरतन सिंह हसनपुर सीट से विधायक रह चुके हैं

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के करीबी हैं

पिछले चुनाव का परिणाम

 उदयभान (कांग्रेस) - 52,477  वोट

जगदीश नायर (भाजपा)- 55,864 वोट

 

21 विधानसभा सीट- बड़खल (फरीदाबाद)

नाम-  धनेश अदलखा

उम्र- 48 साल

शिक्षा- डिप्लोमा इन फार्मेसी

क्या है इनकी प्रोफाइल? 

करीब 25 साल से राजनीति से जुड़े हुए हैं। वह फरीदाबाद से नगर पार्षद रहे हैं। वर्तमान में वह हरियाणा मेडिकल फार्मेसी काउंसिल के चेयरमैन हैं

भाजपा ने क्यों जताया भरोसा?

केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के करीबी हैं

पिछले चुनाव का परिणाम

विजय प्रताप सिंह (कांग्रेस) - 56,005 वोट

सीमा त्रिखा (भाजपा)- 58,550 वोट

विधायकों के टिकट काटने के कारण

मोहन लाल बड़ौली को राई विधानसभा सीट से टिकट नहीं मिला। पार्टी की एक पद एक नीति के चलते वो चुनाव नहीं लड़ सकते। प्रदेश की कुछ सीटें ऐसी है जहां पर पार्टी के कार्यकर्ता और संघ के लोग दोनों ही मौजूदा विधायकों के प्रदर्शन से नाराज थे। इसमें हथीन, होडल, बड़खल और गन्नौर सीट शामिल हैं। 

जातीय समीकरण 

लोकसभा चुनाव में एससी वर्ग की नाराजगी के कारण अब उनपर बढ़ा फोकस 

भाजपा की दूसरी लिस्ट में 21 में से 4 उम्मीदवार SC वर्ग से हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जाट के बाद सबसे ज्यादा एससी वर्ग से ही नुकसान हुआ था। कृष्ण कुमार बेदी, बिमला चौधरी को दोबारा से टिकट दिया गया है। 2019 में कृष्ण बेदी चुनाव हार गए थे और बिमला चौधरी का पार्टी ने टिकट काट दिया था। जबकि एससी वर्ग से ही आने वाले स्वास्थ्य विभाग में निदेशक पद से एक दिन पहले नौकरी छोड़ने वाले डॉ. कृष्ण कुमार को टिकट दिया है। होडल से हरिंदर सिंह रामरतन को मैदान में उतारा है।

नाराज जाटों को खुश करने की कोशिश और OBC पर भी रहा फोकस 

भाजपा की दूसरी लिस्ट में जाट और ओबीसी समाज से 3-3  उम्मीदवारों को टिकट गया है। लोकसभा चुनाव में ओबीसी बड़ा मुद्दा बना था। जाट पहले से ही बीजेपी से नाराज थे। ऐसे में दोनों लिस्ट में सबसे ज्यादा उम्मीदवार इन दोनों ही समाज से उतारे गए हैं। जाट वर्ग से राई से कृष्णा गहलावत, बरोदा से प्रदीप सांगवान और जुलाना से योगेश बैरागी को टिकट दिया है। वहीं ओबीसी वर्ग से पवन सैनी, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश यादव को दोबारा मौका दिया गया। पुंडरी से सतपाल जांबा को टिकट दिया है।

पंजाबी वोट बैंक को साथ लाने की कोशिश, पंजाब से सटी सीटों पर सिख-पंजाबी को टिकट और पंजाबी वोट बैंक वाली सीट पर ब्राह्मण चेहरा

पंजाबी वोटरों को पार्टी के साथ लाने के लिए मनीष ग्रोवर, अमीर चंद मेहता और धनेश अदलखा को मैदान में उतारा गया है। ग्रोवर पहले चुनाव लड़ने से इनकार कर रहे थे। ब्राह्मणों को बीजेपी का परंपरागत वोट बैंक कहा जाता है। दूसरी लिस्ट में ब्राह्मणों को भी साधने की कोशिश की गई है। पिहोवा सीट पर कवलजीत सिंह का पाकिस्तानी आर्मी के साथ फोटो वायरल होने के बाद, यहां ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जयभगवान शर्मा को टिकट दिया है। पिछली बार यहां पर संदीप सिंह को उतारा था।

डबावली और ऐलानाबाद की दोनों सीटे पंजाब से सटी हुई हैं। पार्टी ने इस बार डबवाली से सिख और ऐलनाबाद से पंजाबी चेहरा उतारा है। यहां ज्यादातर पंजाबी और सिख वोट बैंक है। 

नूंह हिंसा के बाद मुस्लिम नेता का टिकट काटा

भाजपा ने इस बार फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद और पुन्हाना से ऐजाज खान को टिकट दिया, लेकिन नूंह से जाकिर हुसैन का टिकट काट दिया। 2023 में नूंह हिंसा के बाद नूंह की सीट से भाजपा ने हिंदू उम्मीदवार संजय सिंह को उतारा है।

जुलाना में जाट चेहरे विनेश के खिलाफ ओबीसी चेहरा उतारा

जुलाना से रेसलर विनेश फोगाट के उतरने के बाद भाजपा ने भी यहां चतुराई से जातीय कार्ड खेला है। विनेश जाट समुदाय से हैं, उनके खिलाफ भाजपा ने ओबीसी वर्ग से आने वाले कैप्टन योगेश बैरागी को टिकट दिया है। भाजपा का अनुमान हैं कि यहां विनेश के आने के बाद जाट एकतरफा होगें, ऐसे में भाजपा बाकी जातियों को साधना चाहती है। पेरिस ओलंपिक के बाद से पूरे देश में खासकर हरियाणा में उनके प्रति सहानुभूति का माहौल है। भाजपा ने इसे कम करने के लिए कैप्टन बैरागी को मैदान में उतारा है। बैरागी ने भी एयर इंडिया में कैप्टन रहते हुए कोरोना काल में लोगों की जान बचाने के लिए काम किया था।

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