ब्यूरो: लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी। कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में सिर्फ 32 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। पार्टी ने बीजेपी में मचे घमासान से सीख लेते हुए, हर कदम फूंक-फूंक कर रखा है। पहली लिस्ट में सिर्फ 3 नए चेहरों को मौका मिली है। कांग्रेस ने होडल से पिछला चुनाव हारे प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को दोबारा मौका दिया है। दरअसल काफी दिनों से कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस कभी भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकती है। लेकिन दिल्ली में लगातार मीटिंगों का दौर जारी था। विशेषज्ञों का मानना है कि लिस्ट में देरी होने के पीछे कई कारण थे, जैसे कि आम आदमी पार्टी से गठबंधन करने पर जारी बातचीत का दौर, विनेश का आधिकारिक रुप से पार्टी में शामिल होने का इंतजार और लिस्ट में देरी कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की फिराक में बैठे नेताओं पर लगाम कसना।
पहली लिस्ट से जातिगत समीकरण
कितने जाट चेहरे को टिकट- 9
कितने दलितों को मिले टिकट- 9
महिलाओं की कितनी हिस्सेदारी - 5
कितने दलबदलुओं को टिकट -1
कौन सबसे ज्यादा वरिष्ठ और कौन कनिष्ठ
सबसे उम्रदराज 80 साल के डॉ रघुवीर कादियान हैं, जिन्हें झज्जर के बेरी से मैदान में उतारा है
सबसे युवा चेहरा 30 साल की विनेश फोगाट हैं, जिन्हें जींद की जुलाना से उतारा गया है।
कांग्रेस उम्मीदवारों की प्रोफाइल, विस्तार से
1 विधानसभा सीट- गढ़ी सांपला किलोई (रोहतक)
नाम- भूपेंद्र सिंह हुड्डा
उम्र- 76 वर्ष
शिक्षा- बीए, एलएलबी
क्या है इनकी प्रोफाइल?
स्वतंत्रता सेनानी व भारतीय संविधान सभा के सदस्य रणबीर हुड्डा के पुत्र हैं। रोहतक सीट से 4 बार सांसद बने। 2001 से 2004 तक हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे। 2005 से 2014 तक लगातार 2 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
कांग्रेस के कद्दावर नेता, पार्टी नेतृत्व की पसंद
पिछले चुनाव का परिणाम
सतीश नांदल (भाजपा) - 39,443 वोट
भूपेंद्र सिंह हुड्डा (कांग्रेस) - 97,755 वोट
2 विधानसभा सीट- होडल (पलवल)
नाम- उदयभान
उम्र- 69 साल
शिक्षा- बीए
क्या है इनकी प्रोफाइल?
आठ बार विधानसभा चुनाव लड़े, चार बार जीते और चार बार हारे। पिता गयालाल दो बार विधायक रहे और दो बार हारे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के करीबी
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष। क्षेत्र में परिवार की पकड़ है
पिछले चुनाव का परिणाम
जगदीश नायर (भाजपा) - 55,864 वोट
उदयभान (कांग्रेस) - 52,477 वोट
3 विधानसभा सीट- जुलाना (जींद)
नाम- विनेश फोगाट
उम्र- 30 साल
शिक्षा- ग्रेजुएशन
क्या है इनकी प्रोफाइल?
देश की सबसे चर्चित महिला रेसलर। 2016 में अर्जुन अवॉर्ड और 2020 में खेल रत्न मिल चुका। 2021 में एशियन चैंपियनशिप और 2022 में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
जुलाना में इनका ससुराल
पिछले चुनाव का परिणाम
परमिंदर सिंह दुल (भाजपा) - 37,749 वोट
अमरजीत ढांडा (जजपा) - 61,942 वोट
4 विधानसभा सीट- रेवाड़ी
नाम- चिरंजीव राव
उम्र- 33 वर्ष
शिक्षा- 12वीं पास
क्या है इनकी प्रोफाइल?
पिता कैप्टन अजय सिंह की राजनीतिक विरासत संभाली। कैप्टन अजय यादव लगातार 6 बार रेवाड़ी से विधायक रहे। कैप्टन ने पिछला चुनाव राव इंद्रजीत सिंह के खिलाफ लड़ा था। बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव के दामाद
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
रेवाड़ी सीट पर मजबूत पकड़
पिछले चुनाव का परिणाम
सुनील मूसेपुर (भाजपा) - 42,553 वोट
चिरंजीव राव (कांग्रेस) - 43,870 वोट
5 विधानसभा सीट- गोहाना (सोनीपत)
नाम- जगबीर सिंह मलिक
उम्र- 74 साल
शिक्षा- स्नातक
क्या है इनकी प्रोफाइल?
पहली बार 1996 में विधानसभा चुनाव लड़ा था। इस दौरान विधायक बनने के बाद वह बंसीलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। इसके बाद वर्ष 2000 में उन्हें हराकर रामकुमार सैनी विधायक बने थे।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
इस सीट से कई बार विधायक रहे, हुड्डा से अच्छे संबंध।
पिछले चुनाव का परिणाम
राज कुमार सैनी (LSP) - 35,379 वोट
जगबीर सिंह मलिक (कांग्रेस) - 39,531 वोट
6 विधानसभा सीट- समालखा (पानीपत)
नाम- धर्म सिंह छौक्कर
उम्र- 60 साल
शिक्षा- ग्रेजुएट
क्या है इनकी प्रोफाइल?
पुलिस अधिकारी रहे, पहली बार हजकां की टिकट पर विधायक बने। इसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए। 2014 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। 2019 में उन्होंने बीजेपी के शशिकांत कौशिक को हराया
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
मौजूदा विधायक हैं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी हैं
पिछले चुनाव का परिणाम
धर्म सिंह छौक्कर (भाजपा) - 81,898 वोट
शशिकांत कौशिक (कांग्रेस) - 66,956 वोट
7 विधानसभा सीट- सोनीपत (सोनीपत)
नाम- सुरेंद्र पंवार
उम्र- 55 साल
शिक्षा- 12वीं
क्या है इनकी प्रोफाइल?
2019 में कांग्रेस में शामिल हुए और चुनाव लड़े। भाजपा की मंत्री और लगातार दो बार से विधायक कविता जैन को 32,878 हजार वोटों से हराया। सोनीपत में कांग्रेस का बड़ा चेहरा बन गए। सोनीपत में नगर पार्षद भी बने
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
कांग्रेस के पास दूसरा बड़ा चेहरा नहीं
पिछले चुनाव का परिणाम
कविता जैन (भाजपा) - 46,560 वोट
सुरेंद्र पंवार (कांग्रेस) - 79,438 वोट
8 विधानसभा सीट- रोहतक
नाम- भारत भूषण बत्रा
उम्र- 72 साल
शिक्षा- एलएलबी
क्या है इनकी प्रोफाइल?
रोहतक से तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। जिसमें से 2009 और 2019 में विधानसभा चुनाव जीते और 2004 में विधानसभा चुनाव हार गए। कांग्रेस विधायक दल के प्रमुख वीएचपी हैं
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
मौजूदा विधायक हैं, क्षेत्र में सक्रिय
पिछले चुनाव का परिणाम
मनीष ग्रोवर (भाजपा) - 47,702 वोट
भारत भूषण बत्रा (कांग्रेस) - 50,437 वोट
9 विधानसभा सीट- बादली
नाम- कुलदीप वत्स
उम्र- 49 साल
शिक्षा- 10वीं
क्या है इनकी प्रोफाइल?
2019 में बादली विधानसभा से पहली बार चुनाव लड़ा और जीत गए। 2014-19 तक भाजपा की सरकार में मंत्री रहे और ओमप्रकाश धनखड़ को हराया। लोगों के बीच कार्यक्रमों के माध्यम से जाते रहते हैं
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
मौजूदा विधायक हैं और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नजदीकी हैं
पिछले चुनाव का परिणाम
ओपी धनखड़ (भाजपा) - 34,196 वोट
कुलदीप वत्स (कांग्रेस) - 45,441 वोट
10 विधानसभा सीट- महेंद्रगढ़
नाम- राव दान सिंह
उम्र- 65 वर्ष
शिक्षा- एमबीए
क्या है इनकी प्रोफाइल?
9 मई 1959 को गांव प्रह्लादगढ़ में जन्म हुआ। साल 2000 में महेंद्रगढ़ सीट से पहली बार चुनाव लड़े और जीते। इसके बाद लगातार 2009 तक विधायक बने। 2014 में पूर्व मंत्री रामबिलास ने हराया। 2019 में लड़े और जीत हासिल की। पत्नी साईं सिंह और दो बच्चे हैं। बेटे अक्षत राव भी राजनीति में सक्रिय
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
क्षेत्र में बड़ा चेहरा। हुड्डा परिवार का करीबी
पिछले चुनाव का परिणाम
राम बिलास शर्मा (भाजपा) - 36,258 वोट
राव दान सिंह (कांग्रेस) - 46,478 वोट
11 विधानसभा सीट- शाहाबाद (कुरुक्षेत्र)
नाम- राम करण काला
उम्र- 65 साल
शिक्षा- 5वीं पास
क्या है इनकी प्रोफाइल?
शाहाबाद से मौजूदा विधायक। वर्ष 2019 में JJP की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। वर्ष 2014 में INLD की टिकट पर लड़ा, लेकिन कृष्ण बेदी से हार गए थे। हाल ही में JJP छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। उन्हें भूपेंद्र हुड्डा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
भूपेंद्र हुड्डा के करीबी, राजनीतिक अनुभव
पिछले चुनाव का परिणाम
कृष्ण बेदी (भाजपा) - 32,106 वोट
राम करण (जेजेपी) - 69,233 वोट
12 विधानसभा सीट- सफीदों (जींद)
नाम- सुभाष गांगोली
उम्र- 56 साल
शिक्षा- पोस्ट ग्रेजुएशन (MA)
क्या है इनकी प्रोफाइल?
सुभाष देशवाल (सुभाष गांगोली) जींद जिले की सफीदों विधानसभा क्षेत्र के गांगोली गांव के रहने वाले हैं। 2019 के चुनाव में पहली बार कांग्रेस ने टिकट दी थी। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी बच्चन सिंह आर्य को कड़े मुकाबले में 3,658 वोटों से हराया
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
सिटिंग विधायक हैं और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के बेहद नजदीकी हैं।
पिछले चुनाव का परिणाम
बच्चन सिंह आर्य (भाजपा) - 53,810 वोट
सुभाष गांगोली (कांग्रेस) - 57,468 वोट
13 विधानसभा सीट- बरोदा (सोनीपत)
नाम- इन्दुराज सिंह नरवाल
उम्र- 47 साल
शिक्षा- 11वीं
क्या है इनकी प्रोफाइल?
कांग्रेस के जिला युवा कोषाध्यक्ष रहे। हरियाणा कबड्डी संघ के उपाध्यक्ष के रूप में काम किया। जिला पार्षद रहे, 2020 में विधायक कृष्ण हुड्डा के निधन के बाद खाली हुई सीट पर उपचुनाव के लिए टिकट मिला और जीत भी हासिल की
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
40 सालों से हुड्डा परिवार से अच्छे संबंध रहे हैं
पिछले चुनाव का परिणाम
योगेश्वर दत्त (भाजपा) - 37,726 वोट
कृष्ण हुड्डा (कांग्रेस) - 42,566 वोट
14 विधानसभा सीट- फरीदाबाद एनआईटी (फरीदाबाद)
नाम- नीरज शर्मा
उम्र- 51 साल
शिक्षा- ग्रेजुएट
क्या है इनकी प्रोफाइल?
मौजूदा विधायक हैं और झारखंड की शिबू सोरेन की सरकार में OSD रह चुके हैं। सरल स्वभाव के हैं और हरियाणा में विपक्ष में रहते हुए भी बीजेपी सरकार ने उन्हें सर्व श्रेष्ठ विधायक का पुरस्कार दिया था।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
मौजूदा विधायक हैं, क्षेत्र में अच्छी पकड़ है
पिछले चुनाव का परिणाम
नागेंद्र भड़ाना (भाजपा) - 58,455 वोट
नीरज शर्मा (कांग्रेस) - 61,697 वोट
15 विधानसभा सीट- नीलोखेड़ी-SC (करनाल)
नाम- धर्मपाल गोंदर
उम्र- 67 साल
शिक्षा- 12वीं
क्या है इनकी प्रोफाइल?
कृषि विभाग में ड्राफ्ट मैन रह चुके। 2000 में पहली बार इनेलो की टिकट पर विधायक बने। 2019 में निर्दलीय चुनाव जीते। विधायक बनने के बाद भाजपा को समर्थन दिया। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस के साथ आए।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
सिटिंग विधायक हैं। लंबे समय से इलाके में सक्रिय
पिछले चुनाव का परिणाम
भगवान दास (भाजपा) - 40,757 वोट
धर्मपाल गोंदर - 42,979 वोट
16 विधानसभा सीट- झज्जर (झज्जर)
नाम- गीता भुक्कल
उम्र- 56 साल
शिक्षा- MA, LLB, B.ed
क्या है इनकी प्रोफाइल?
2005 में वे कलायत विधानसभा सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचीं। 2009, 2014 और 2019 में वे कांग्रेस की उम्मीदवार बनीं और जीतीं। कांग्रेस सरकार में वे शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री रहीं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की सदस्य हैं।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
मौजूदा विधायक हैं और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की करीबी ।
पिछले चुनाव का परिणाम
राकेश कुमार (भाजपा) - 31,481 वोट
गीता भुक्कल (कांग्रेस) - 46,480 वोट
17 विधानसभा सीट- बहादुरगढ़ (झज्जर)
नाम- राजेंद्र सिंह जून
उम्र- 63 साल
शिक्षा- स्नातक
क्या है इनकी प्रोफाइल?
बहादुरगढ़ विधानसभा से 4 बार चुनाव लड़ा। जिसमें से 3 बार (2005, 2009, 2019) जीत हासिल हुई। 2019 के चुनाव में राजेंद्र सिंह जून ने भाजपा के उम्मीदवार नरेश कौशिक को 15 हजार 491 वोटों से हराया था।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
मौजूदा विधायक हैं और क्षेत्र में मजबूत पकड़ है
पिछले चुनाव का परिणाम
नरेश कौशिक (भाजपा) - 40,334 वोट
राजेंद्र सिंह जून (कांग्रेस) - 55,852 वोट
18 विधानसभा सीट- असंध (करनाल)
नाम- शमशेर सिंह गोगी
उम्र- 68 साल
शिक्षा- बीए एलएलबी
क्या है इनकी प्रोफाइल?
असंध से विधायक शमशेर सिंह गोगी 2019 में विधानसभा का चुनाव जीते थे। एसआर गुट में सैलजा के सबसे नजदीकी माने जाते हैं और अपने अच्छे स्वभाव के कारण जनता के बीच में अच्छी पकड़ रखते है।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
मौजूदा एमएलए और सैलजा के नजदीकी
पिछले चुनाव का परिणाम
नरेंद्र सिंह (BSP) - 30,411 वोट
शमशेर सिंह गोगी (कांग्रेस) - 32,114 वोट
19 विधानसभा सीट- रादौर (यमुनानगर)
नाम- बिशन लाल सैनी
उम्र- 70 साल
शिक्षा- ग्रेजुएट
क्या है इनकी प्रोफाइल?
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के अंबाला स्थित DAV कॉलेज से वर्ष 1974 में प्री-मेडिकल करने के बाद वर्ष 1977 में रोहतक की MDU के श्री मस्तनाथ आयुर्वेदिक कॉलेज से GAMS की डिग्री प्राप्त की। 2009 में रादौर से चुनाव लड़ा और जीते।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
क्षेत्र में अच्छी पैठ, मौजूदा विधायक
पिछले चुनाव का परिणाम
कर्ण देव कम्बोज (SAD) - 51,546 वोट
बिशन लाल (कांग्रेस) - 54,087 वोट
20 विधानसभा सीट- बेरी (झज्जर)
नाम- डॉ. रघुवीर सिंह कादियान
उम्र- 80 साल
शिक्षा- पीएचडी
क्या है इनकी प्रोफाइल?
1987 में लोकदल पार्टी से बेरी से पहला चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 1991 में फिर जनता दल से उम्मीदवार बने और हार गए। 1996 में कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़े और हार गए। 2000 से लगातार पांच बार कांग्रेस से चुनाव लड़े और सभी चुनाव जीते
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
6 बार विधायक रह चुके हैं। क्षेत्र में मजबूत पकड़
पिछले चुनाव का परिणाम
पवन सैनी (भाजपा) - 33,070 वोट
आरएस कादियान (कांग्रेस) - 57,665 वोट
21 विधानसभा सीट- नारायणगढ़ (अंबाला)
नाम- शैली चौधरी
उम्र- 40 साल
शिक्षा- 12वीं पास
क्या है इनकी प्रोफाइल?
नारायणगढ़ के पूर्व विधायक और सीपीएस रामकिशन गुर्जर की पत्नी हैं। हरियाणा बनने के बाद नारायणगढ़ की पहली महिला विधायक बनीं। उनके परिवार ने 13 विधानसभा चुनावों में 7 बार जीत दर्ज की है।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
परिवार का राजनीतिक प्रभाव बहुत अधिक
पिछले चुनाव का परिणाम
सुरेंद्र राणा (भाजपा) - 32,870 वोट
शैली चौधरी (कांग्रेस) - 53,470 वोट
22 विधानसभा सीट- कालांवाली (सिरसा)
नाम- शीशपाल केहरवाला
उम्र- 45 साल
शिक्षा- ग्रेजुएट
क्या है इनकी प्रोफाइल?
पिता ओम प्रकाश केहरवाला समाजसेवी हैं, परिवार लम्बे समय से कांग्रेस से जुड़ा है। शीशपाल ने प्रदेश कांग्रेस के सचिव के तौर पर भी अपनी सेवाएं दी। 2014 का चुनाव भी कालांवली से लड़ा था मगर हार गए थे। पार्टी ने 2019 में भी उम्मीदवार बनाया, 19243 वोटों से जीत दर्ज की।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
2019 में चुनाव जीते थे। परिवार लंबे समय से राजनीति से जुड़ा है
पिछले चुनाव का परिणाम
राजेंद्र सिंह देसूजोधा (BSP) - 33,816 वोट
शीशपाल केहरवाला (कांग्रेस) - 53,059 वोट
23 विधानसभा सीट- फिरोजपुर झिरका (नूंह)
नाम- मामन खान
उम्र- 57 साल
शिक्षा- सिविल इंजीनियरिंग
क्या है इनकी प्रोफाइल?
कई नामी रियल एस्टेट कंपनियों में जॉब के बाद 2010 में राजनीति में कदम रखा। 2014 में फिरोजपुर झिरका सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा, लेकिन बहुत कम मार्जिन से हार गए। 2019 में कांग्रेस की टिकट पर इसी सीट से विधायक चुने गए।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
इलाके में खुद की पकड़ मजबूत
पिछले चुनाव का परिणाम
नसीम अहमद (भाजपा) - 47,542वोट
मामन खान (कांग्रेस) - 84,546 वोट
24 विधानसभा सीट- इसराना (पानीपत)
नाम- बलबीर सिंह
उम्र- 51 साल
शिक्षा- 11वीं
क्या है इनकी प्रोफाइल?
साल 2000 में पहली बार सरपंच पद का चुनाव लड़ा और 32 वोटों से हारे। 2005 में फिर चुनाव लड़े और सरपंच बने। गांव में मजदूरी तक की है। 2009 में पहली बार कांग्रेस की टिकट मिली, लेकिन हार गए
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
रिर्जव सीट पर बड़ा चेहरा हैं।
पिछले चुनाव का परिणाम
कृष्ण लाल पंवार (भाजपा) - 41,361 वोट
बलबीर सिंह (कांग्रेस) - 61,376 वोट
25 विधानसभा सीट- पुन्हाना सीट (नूंह)
नाम- मोहम्मद इलियास
उम्र- 68 साल
शिक्षा- B.A.
क्या है इनकी प्रोफाइल?
पूर्व सांसद और 3 बार के विधायक चौधरी रहीम खान के बेटे। खुद 4 बार के विधायक। 1991 में पहली बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीतकर बिजली मंत्री बने। साल 2000 में एनिमल हसबैंड्री, फिशरीज और बक्फ बोर्ड के मंत्री रहे
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
कांग्रेस का बड़ा मुस्लिम चेहरा, पूरे मेवात एरिया में मजबूत ।
पिछले चुनाव का परिणाम
राशिद खान - 34,276 वोट
मोहम्मद इलियास (कांग्रेस) - 35,092 वोट
26 विधानसभा सीट- साढौरा (यमुनानगर)
नाम- रेणु बाला
उम्र- 39 साल
शिक्षा-ग्रेजुएशन
क्या है इनकी प्रोफाइल?
कुमारी सैलजा के नेतृत्व में भाजपा छोड़कर 20 अप्रैल 2019 में कांग्रेस में शामिल हुईं थी। 2016 में जिला परिषद का चुनाव जीता था। 2019 के चुनाव में साढौरा सीट से पहली बार महिला विधायक बनी। साढौरा की जनता के बीच काफी चर्चित हैं
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
मौजूदा विधायक और कुमारी सैलजा की करीबी हैं
पिछले चुनाव का परिणाम
बलवंत सिंह (भाजपा) - 48786 वोट
रेनू बाला (कांग्रेस) - 65,806 वोट
27 विधानसभा सीट- लाडवा (कुरुक्षेत्र)
नाम- मेवा सिंह
उम्र- 65 साल
शिक्षा- स्नातक
क्या है इनकी प्रोफाइल?
2014 में कांग्रेस की टिकट पर लाडवा से विधायक बने थे। खेती के साथ कमीशन एजेंट का काम करते हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की लहर के बावजूद उन्होंने वहां BJP के पूर्व विधायक डॉ. पवन सैनी को हराया
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
इलाके में अच्छी पैठ, मौजूदा विधायक, पार्टी हाईकमान में पकड़
पिछले चुनाव का परिणाम
पवन सैनी (भाजपा) - 45,028 वोट
मेवा सिंह (कांग्रेस) - 57,665 वोट
28 विधानसभा सीट- कलानौर (रोहतक)
नाम- शकुंतला खटक
उम्र- 56 साल
शिक्षा- बीए
क्या है इनकी प्रोफाइल?
2009, 2014 और 2019 में लगातार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ीं और जीतकर विधानसभा पहुंचीं। राजनीति में आने से पहले नर्स के रूप में सेवाएं दे चुकीं। 2024 तक शकुंतला खटक के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
मौजूदा विधायक हैं और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की नजदीकी हैं।
पिछले चुनाव का परिणाम
रामावतार बाल्मीकि (भाजपा) - 51,527 वोट
शकुंतला खटक (कांग्रेस) - 62,151 वोट
29 विधानसभा सीट- डबवाली (सिरसा)
नाम- अमित सिहाग
उम्र- 42 साल
शिक्षा- स्नातक
क्या है इनकी प्रोफाइल?
डॉ. केवी सिंह के बेटे हैं। केवी सिंह कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के ओएसडी भी रह चुके हैं। डॉ. केवी सिंह के पिता का नाम गणपत राम था, वे साहब राम के बेटे थे जो देवी लाल के भाई थे। अमित सिहाग युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
सीट पर परिवार की पकड़
पिछले चुनाव का परिणाम
आदित्य देवीलाल (भाजपा) - 51,238 वोट
अमित सिहाग (कांग्रेस) - 66,885 वोट
30 विधानसभा सीट- खरखौदा (सोनीपत)
नाम- जयवीर सिंह
उम्र- 58 वर्ष
शिक्षा- 10वीं
क्या है इनकी प्रोफाइल?
खरखौदा विधानसभा सीट से लगातार तीन बार विधायक हैं। पिता रामधारी 1967 और 1968 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर दो बार विधायक बने थे। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के परिवार से उनका पुराना रिश्ता है।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी। क्षेत्र की राजनीति में मजबूत पकड़
पिछले चुनाव का परिणाम
पवन कुमार (जेजेपी) - 37,033 वोट
जयवीर बाल्मीकि (कांग्रेस) - 38,577 वोट
31 विधानसभा सीट- कालका (पंचकूला)
नाम- प्रदीप चौधरी
उम्र- 58 साल
शिक्षा- स्नातक
क्या है इनकी प्रोफाइल?
कालका से प्रत्याशी बनाए गए मौजूदा विधायक प्रदीप चौधरी INLD छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे। 2019 में वह चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। इस बार चर्चा थी कि उनकी टिकट कट जाएगी, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें टिकट दिया।
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे में अच्छी रिपोर्ट आई
पिछले चुनाव का परिणाम
लतिका शर्मा (भाजपा) - 52,017 वोट
प्रदीप चौधरी (कांग्रेस) - 57,948 वोट
32 विधानसभा सीट- नूंह
नाम- आफताब अहमद
उम्र- 58 वर्ष
शिक्षा- एलएलबी
क्या है इनकी प्रोफाइल?
हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के उपनेता रहे। वे हरियाणा सरकार में परिवहन, पर्यटन, मुद्रण एवं लेखन सामग्री मंत्री भी रहे चुके। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे। उनके पिता तीन बार हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। उनके दादा चौधरी कबीर अहमद 1975 में नूंह विधानसभा से विधायक थे
कांग्रेस ने क्यों जताया भरोसा?
सीट पर परिवार की मजबूत पकड़
पिछले चुनाव का परिणाम
जाकिर हुसैन (भाजपा) - 48,273 वोट
आफताब अहमद (कांग्रेस) - 52,311 वोट