ब्यूरोः नीट पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा सामने आया है। दरअसल, NEET को लेकर चल रहे विवाद के बीच बिहार से गिरफ्तार किए गए 4 अभ्यर्थियों में से एक ने कबूल किया है कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा का प्रश्नपत्र पिछली रात लीक हो गया था। लेकिन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी और सरकार पेपर लीक होने की बात से इनकार कर रही है। विवाद के चलते गिरफ्तार किए गए अभ्यर्थी अनुराग यादव ने कबूल किया है कि उन्हें अगले दिन परीक्षा में पूछे गए बिल्कुल वही प्रश्न मिले थे।
बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने और प्रतिष्ठित परीक्षा में अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे हैं, जिसके बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कथित अनियमितताओं के संबंध में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से रिपोर्ट मांगी है। इन आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं और कई उच्च न्यायालयों के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय में भी याचिकाएं दायर की गई हैं।
विवाद कैसे शुरू हुआ
केंद्र और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी ने 13 जून को शीर्ष अदालत को बताया कि उन्होंने एमबीबीएस और ऐसे अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा देने वाले 1,563 उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस मार्क्स रद्द कर दिए हैं। केंद्र ने कहा था कि उम्मीदवारों के पास या तो दोबारा परीक्षा देने या समय की हानि के लिए उन्हें दिए गए क्षतिपूर्ति अंकों को छोड़ने का विकल्प होगा।
यह परीक्षा 5 मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। इसके परिणाम 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले पूरा हो जाने के कारण 4 जून को घोषित किए गए।